पहचान ! October 26 2012| 0 comments | Category : Poetry , Shayari मेरी आँखों की गहराई से मुझे तुम जान लेना , मेरे ख़्वाबों की सच्चाई से मुझे पहचान लेना , ग़र कभी भूल के भी भूलूँ तुझे मैं ज़िन्दगी में , अपने साॅंसों की आहट से बस मेरा नाम लेना । रवि ; दिल्ली : जुलाई २०१२