मैं हूँ साथ तुम्हारे ! July 27 2012| 0 comments | Category : Kavita , Poetry मैं हूँ साथ तुम्हारे ! मैं हूँ जीवन की आस वो नीला आकाश प्रेम सशक्त शिराओं का रक्त ! तुम्हे चलना है सितारों के पार जीना है साँसों में मेरी जीवन अपार !! रवि ; गुडगाँव : ११ जून २००३