गुलज़ार ……… Gulzar
हर बात के किस्से हमेशा हज़ार नहीं होते ,
साथ चलते दो शक्श हमेशा यार नहीं होते ,
हमसे पूछो कि क्या पाया है उनसे मिलकर ,
ना मिलते उनसे तो हम गुलज़ार नहीं होते !
रवि , अहमदाबाद : १७ सितम्बर २०११
Har baat ke kisse hamesha hazaar nahi hote ,
Saath chalte shaksh hamesha yaar nahi hote ,
Hamse poochho ki kya paaya hai unse milkar ,
Na milate unse to hum gulzaar nahi hote !
Ravi ; Ahmedabad : 17 September 2011