ख्वाहिशोंं की बात ! November 25 2013| 0 comments | Category : Poetry , Shayari मेरी ख़्वाहिशों की बात , बस इक आस होती है , मगर वो मुस्कुरायें तो , बात इक ख़ास होती है ! रवि ; दिल्ली : २५ नवम्बर २०१३