सूरत ….. Soorat
मुझे हर मूरत में अब तेरी सूरत दिखाई देती है ,
तुझे पाने की हर सूरत में ज़रूरत दिखाई देती है !
रवि ; अहमदाबाद : ६ सितम्बर २०११
Mujhe har moorat mein ab teri soorat dikhaai deti hai ,
Tujhe paane ki har soorat mein zarurat dikhaai deti hai !
Ravi ; Ahmedabad : 6 September 2011 ….