विराम ! May 22 2013| 0 comments | Category : Poetry , Shayari ज़िन्दगी में ना कोई अब मुक़ाम चाहता हूँ , देखा बहुत कुछ मैने अब विराम चाहता हूँ ! रवि ; दिल्ली : २२ मई २०१३