वजूद ……….. Wajood
कैसे मैं कहीं महसूस करूँ अपने इस वजूद को ,
मुश्किल से सम्हलता है और पल में बिखर जाता है !
रवि ; अहमदाबाद : २४ सितम्बर २०११
Kaise main kahin mehsoos karun apne is wajood ko
Mushkil se samhlata hai aur pal mein bikhar jata hai !
Ravi ; Ahmedabad : 24 September 2011 …..