लायन … द किंग ऑफ़ विलेन !!
फिल्मों में एक विलेन की,
कहाँ से आई रीत ?
” बोले राम सकोप जब ,
भय बिन होय न प्रीत ” !
तभी से आई फिल्मों में,
विलेन की न्यारी रीत ,
भय दिखलाते हीरो को ,
पाने हीरोइन की प्रीत !
पर बात पुरानी सोच कर ,
होते हैं खूब उदास ,
आज कल के विलेन में ,
नहीं दिखती वो बात !
विलेन अजूबे आज के ,
बस डंडे हैं पिटवाते ,
“अच्छा सा छोटा सा प्यारा सा “,
बच्चा खुद को कहलाते !
क्या खीचेंगे औरों के ,
खुद के नाड़े हैं लटकते ,
पल में बनते कामेडियन ,
“आउ आऊ” कहके पिटते !
नए विलेन की भीड़ में ,
ज़माना युहीं गुज़र गया ,
तभी कहा था गब्बर ने ,
“जो डर गया सो मर गया ” !
तभी पुराने विलेन की ,
आज भी आती याद ,
ऑंखें जिनकी देखकर
था घबराता सैयाद !
“भैय्ये ” कन्हैयालाल का ,
जब परदे पर था आता
होते बच्चे थे गीले ,
और हाल था थर्राता !
“हाँइन ” कहकर जब जीवन ,
थे अपना प्लान बताते ,
अच्छे से अच्छे हीरो के ,
थे फाखते उड़ जाते !
कुटिल हंसी से अपनी ,
थे हीरोइन वो अपनाते ,
और साड़ी के अन्दर ही ,
उसे आँखों से पी जाते !
“बर्खुरदार” सुन प्राण से,
हीरो तक था घबराता ,
और पुलिस का बाप भी ,
ना रातों को सो पाता !
छल्ले बनकर धुआं जब ,
था होठों से निकलता ,
वाट 69 की झूम पर ,
महफिले हुस्न पिघलता !
जब प्रेम प्रेम से प्रेम चोपड़ा,
हीरोइन का रेप था करता ,
लोगों का दिल उसे बरसों तक,
आँखों में टेप था करता !
फिर अजीत की बातों का ,
कुछ अंदाज़ था निराला ,
था देश के दिलों ने उसे ,
हीरो से ज्यादा पाला !
हीरो को सारे भूलकर ,
थे उसके सब दीवाने ,
“मोना डार्लिंग” सुनते ही ,
जल उठते थे परवाने !
था वो किंग विलेन का ,
उसे मानते थे सारे ,
ज़ंजीर और चरस जैसे ,
किये रोल बहुत सारे !
ज़माना था जब उसे ,
बच्चा बच्चा पहचानता था ,
सारा शहर उसे ,
लायन के नाम से जानता था !
सफ़ेद कोट और टोपी के ,
पीछे से था वो बोलता ,
रॉबर्ट से लेकर मोना तक ,
दिल था सबका डोलता !
रॉबर्ट और मोना को ,
जब था प्यार से बुलाता ,
एसिड से भरे टैंक में ,
दुश्मन को था सुलाता !
हीरोइन की साड़ी वो ,
था पिस्तौल से उतारता ,
और उसकी इज्ज़त ,
आँखों से था डकारता !
देव आनंद से धरमेंदर तक ,
उसने सबको था डराया ,
और घोड़े की “ज़ंजीर” से ,
अमिताभ को हिट कराया !
उम्र बीती गए पर कोई ,
उसे गया नहीं मानता है ,
ये ज़माना उसे आज भी ,
किंग ऑफ़ विलेन ही मानता है !
नहीं भूलता जमाना उसकी ,
आवाज़ को पहचानता है ,
और आज भी सारा शहर उसे ,
लायन के नाम से जानता है !!
रवि , ९ सितम्बर २००९ , गुडगाँव