पैग़ाम ! August 22 2013| 0 comments | Category : Poetry , Shayari तेरी आँखों से निकले आँसू भी पैग़ाम देते हैं , मेरी तनहाई का दामन चुपके से थाम लेते हैं ! रवि ; दिल्ली : २२ अगस्त २०१३