दुनिया !! December 21 2013| 0 comments | Category : Poetry , Shayari मेरी दुनिया के मालिक तूने , दुनिया क्या बनाई है , कहीं पर ग़म के मेले हैं , कहीं बजती शहनाई है ! रवि ; दिल्ली : २१ दिसम्बर २०१३