1382087_10201480532209526_585251136_n

हम आँखों में तेरी सूरत सजा के आते हैं ,
और फिर आईने में उससे ही शरमाते हैं !

*************

आईने पर भी आ जाती है इश्क़े बहार ,
बस इक बार जो तू मुस्कुरा के देख ले !
मेरी आँखों से भी ना उतरे तेरा ख़ुमार ,
बस इक बार जो तू मुस्कुरा के देख ले !

*************

रवि ; २४ अक्टूबर २०१३