….. चाँद रातों में !! December 08 2013| 0 comments | Category : Poetry , Shayari छुपाई जो हथेली में सूरत , उसने बातों में , छिपाया हो जैसे बादलों ने , चाँद रातों में ! रवि ; दिल्ली : ८ दिसम्बर २०१३