ख़ामोशी ! August 03 2013| 0 comments | Category : Poetry , Shayari ख़ामोशी की आवाज़ सुनने की हमें आदत है , तनहाई के फूल चुनने की हमें आदत है ! रवि ; दिल्ली : ३ अगस्त २०१३