क़सम … !! October 07 2013| 0 comments | Category : Poetry , Shayari हमने नगमें गुनगुनाने की क़सम खायी है , ज़िन्दगी भर मुस्कुराने की क़सम खायी है ! रवि ; दिल्ली : ७ अक्टूबर २०१३