अब तलक .. !! October 30 2013| 0 comments | Category : Poetry , Shayari यहाँ समंदर है रेत है और है फलक , क्यूँ रहा लहरों से दूर मैं अब तलक ! रवि ; दिल्ली : ३० अक्टूबर २०१३