भूला हूँ ख्वाब … !! May 19 2014| 0 comments | Category : Poetry , Shayari चाँदनी रात भर , शोलों सी , जलाती थी बदन , भूला हूँ ख़्वाब जो , उस रात , हमारा ना खिला ! रवि ; दिल्ली : १९ मई २०१४