जिसका हो जितना ही धन , वो उतना बड़ा धनवान है ,
बनाया जिसने भी ये क़ायदा , वो सबसे बड़ा नादान है ,
जो बाँट सके अपनों ग़ैरों में , सबकी ख़ुशी और दर्द में ,
वही इन्सानों में इन्सान है , और बस वो ही धनवान है !

रवि ; दिल्ली : ११ अगस्त २०१३