प्रश्न ! ….. Prashn !
कौन हूँ मैं ?
बीता हुआ कल
या स्वप्न की शकल
भीगी आँखों का तारा
या टूटता सितारा ?
कौन हूँ मैं ?
महकता सावन
या बहकता साजन
ओस का घेरा
या बासी सवेरा ?
कौन हूँ मैं ?
शाम का अँधेरा
या सूरज का सवेरा
भीड़ का मेला
या मेले में अकेला
जीवन का अंत
या जीवन अनंत ?
कौन हूँ मैं ??
रवि ; गुडगाँव : ५ जून २००३